महापुरुषों की वाणी

महापुरुष कहते हैं जब तक किसी की बुद्धि अन्धविश्वास तथा अन्धपरम्पराओं में जकड़ी रहेगी, विवेक तथा विचार शून्य बनी रहेगी, तब तक कोई भी परमसत्य वस्तु – परमार्थ को जान नहीं सकेगा, चाहे जितना प्रयाश करता रहे, सफलता नहीं मिलेगी। जगत् अर्थात् देश, काल, वस्तु को ही सत्य समझता रहेगा। जिसके कारण दुःखों से पूर्णतया […]

।। मनोराज्य ।।

मनोराज्य का अर्थ है- मानसिक कल्पना:- यह हमारा शरीर है, पुत्र है, पुत्री है, भाई है, पिता है, माता है, नाती है, पति है, पत्नी है आदि । यह हमारा प्लाट है मकान है, सम्पत्ति है, धन है, गाँव है आदि। मै हिन्दू हूँ, मुसलमान हूँ, जैनी हूँ, सिन्धी हूँ, आदि । मैं ब्राह्मण हूँ, […]

Top 10 Java Questions Problems

Top 10 Java Questions Problems 1.A certain grade of steel is graded according to the following conditions: (i) Hardness must be greater than 50 (ii) Carbon content must be less than 0.7 (iii) Tensile strength must be greater than 5600 The grades are as follows: Grade is 10 if all three conditions are met Grade […]

TOP 10 Java Pattern Programs

TOP 10 Java Pattern Programs 1- Square Pattern Programs in Java * * * * * * * * * * * * * * * * package pattern; import java.util.Scanner; public class pattern_1 { public static void main(String arg[]) { Scanner key = new Scanner(System.in); System.out.print(“Enter the pattern Numbers=”); int n = key.nextInt(); for […]

अध्यात्म विद्या से लाभ

अध्यात्म विद्या से लाभ सबसे पहले सभी को यह समझना चाहिये कि अध्यात्म ज्ञान के बिना मानव कितनी भी विद्यायें पढ़ले अथवा कितना भी टेकिनकल ज्ञान प्राप्त करेले अथवा कितनी भी भौतिक सम्पत्ति बढ़ा लें, फिर भी उसका जीवन अन्धे और लंगड़े व्यक्ति के समान ही है। यह विद्या दो-चार वर्ष गुरु-शिष्य परम्परा से स्कूल […]

सत्संग से लाभ

सत्संग से लाभ 1 ईश्वर, जीव, जगत् तथा परमार्थ सत्ता के विषय में सही सही जानकारी हो जाती है । 2 ‘अविद्या’ नष्ट हो जाने के कारण ‘माया-मोह’ नष्ट हो जाते हैं जिससे देश, काल, वस्तु के प्रति सत्यत्व बुद्धि समाप्त हो जाती है।3 रामचरित मानस में बताये गये मानसिक रोगों से ‘मुक्ति’ मिल जाती […]

अपनी-खोज | APNI KHOJ

अपनी-खोज प्रश्न:- आँख से कौन देखता है, कान से कौन सुनता है, स्वाद को कौन जानता है तथा स्वाद को कौन ग्रहण करता है ?आपका उत्तर होगा:- “हम” |प्रश्न:- आंख की मन्दता, पटुता, कान की मन्दता, पटुता आदि का कौन जानता है ?आप कहेंगे:- “हम” | प्रश्न – मन की चचलता, शान्ति, अशान्तिा, स्थिरता तथा […]

विवेक

विवेक भागवत पुराण के अनुसार विवेक माने अपने सत् स्वरूप का ज्ञान। उपर्युक्त विवेक की विवेचना इस प्रकार है—1- देह से मैं प्रथक हूं, इसेे विवेक कहते हैं। 2- शरीर मुझे मिला है, मैं शरीर नहीं हूं, इसे विवेक कहते हैं। 3- शरीर अनित्य, विकारी तथा विनाशी है, मैं नित्य, अविकारी तथा अविनाशी हूं, इसे […]

कल्याण का मार्ग

कल्याण का मार्ग शास्त्र कहते हैं यदि कोई भी बुद्धिमान व्यक्ति विचार करके देखे, तो ज्ञात होगा, कि उसका जो भी व्यवहार (वर्ताव) सामने वाले के प्रति हो रहा है, वह ईश्वर के साथ ही हो रहा है। क्योंकि गीता,मानस तथा पुराण आदि “जीव” को ईश्वर का अंश बतलाते हैं। भगवान‌‌ श्री कृष्ण ने तो […]

व्यवहार और परमार्थ

व्यवहार और परमार्थ वेदांत के अद्वैत अर्थात् एको ब्रह्म द्वितीयो नास्ति को समझने के लिए व्यावहारिक सत्ता प्रातिभासिक सत्ता तथा पारमार्थिक सत्ता का ज्ञान होना परमावश्यक है। शास्त्र जब जगत् अथवा संसार को मिथ्या कहते हैं, तब परमार्थ सत्ता की दृष्टि से कहते हैं ना कि व्यावहारिक सत्ता की दृष्टि से।व्यावहारिक सत्ता का अर्थ है- […]

भागवत कथा-ज्ञान यज्ञ

भागवत कथा-ज्ञान यज्ञ भगवत तथा ज्ञान यज्ञ भागवत कथा-ज्ञान यज्ञ

जीव की उत्पत्ति बंधन तथा मुक्ति

जीव की उत्पत्ति बंधन तथा मुक्ति जिसप्रकारआकाश के प्रतिबिंब तथा आकाश में भेद नहीं है अर्थात् दो आकाश नहीं है । सूर्य और प्रतिबिंबित सूर्य दो नहीं है, मुख और मुखाभास दो नहीं हैं । सूर्य तथा सूर्य का प्रकाश दो वस्तुयें नहीं है, चीनी तथा मिठास दो चीजें नहीं हैं । उसीप्रकार चेतन आत्मा […]

वेदान्त का उद्घोष

वेदान्त का उद्घोष आत्मतत्व का ज्ञान हो जाने का अर्थ यह नहीं है कि प्रपंच अथवा जगत की प्रतीति नहीं होगी अथवा भूख, प्यास, कष्ट, पीड़ा, सुख-दुःख, जन्म-मृत्यु, विषयों तथा अपने-पराये आदि की प्रतीति नहीं होगी| यह सब बिल्कुल वैसा ही होगा, जैसा पहले होता था । केवल इनके प्रति सत्यत्व बुद्धि  नहीं रहेगी।           […]

काल चक्र |हिंदू-मुसलमान

काल चक्र |हिंदू-मुसलमान काल चक्र में धनवान-कंगाल और कंगाल-धनवान, राजा-भिकारी और भिकारी-राजा हो जाते हैं। समुद्र-पर्वत और पर्वत समुद्र खेत-तालाब और तालाब-खेत लोहा मिट्टी मिट्टी लोहा हो जाती है। मंदिर-मस्जिद और मस्जिद-मंदिर, हिंदू-मुसलमान, मुसलमान-हिंदू , पाकिस्तानी-हिंदुस्तानी और हिंदुस्तानी पाकिस्तानी हो जाते हैं। मनुष्य- देवता, देवता-मनुष्य, पशु-मनुष्य, मनुष्य-पशु, गाय-भैंस और भैंस-गाय बन जाती हैं। देवता-दैत्य, दैत्य-देवता, […]

control panel

control panel We can change the settings of the computer with the help of control panel. Control panel do a lot of new things, like uninstalling the software, connecting WI-FI, connecting Bluetooth, can change the clock time and do a lot of work that consists of advance level in the computer. Control panel category- System […]

वेद – वेदान्त तथा उपनिषदों का सार

“ वेदान्त “ अर्थात् ‘ अध्यात्मविद्या ‘ का उद्घोष है , कि दुःखों की आत्यन्तिक निवृत्ति तथा परमानन्द की प्राप्ति एक मात्र ” ब्रह्मविद्या के श्रवण , मनन , विचार तथा निदिध्यासन के अभ्यास से ही हो सकती है । जिसके लिए ” नित्यानित्य ” वस्तुके ” विवेक ‘ तथा अनित्य दृश्यवर्ग से तीव्र वैराग्य […]

परमार्थ दृष्टि

परमार्थ दृष्टि सद्गुरु से परमार्थ दृष्टि प्राप्त होनेपर ज्ञात होगा , कि राधा – कृष्ण , सीता – राम , लक्ष्मी – नारायण अथवा भवानी और शंकर आदि प्रथक – प्रथक नहीं हैं । न इनका कभी वियोग होता है , न संयोग । इसी प्रकार ब्रह्मा , विष्णु , महेश ये तीन नहीं हैं […]

गुरु शिष्य प्रश्नावली

गुरु शिष्य के प्रश्न उत्तर जवाब (प्रश्नावली) |भगवान् किसे कहते हैं ? गुरु शिष्य के प्रश्न उत्तर जवाब(प्रश्नावली) 1 -भगवान् किसे कहते हैं ? उत्तर- सर्वत्र , परिपूर्ण , सर्वशक्तिमान सच्चिदानन्दघन तत्त्व को । 2 – सत्संग किसे कहते हैं ? उत्तर- सत्पुरुष के सान्निध्य में रहकर सत्वस्तु का ज्ञान प्राप्त करना । 3 – […]

How to Update drivers in windows 10

Update drivers in windows 10 How to Update Drivers in simple way 1.Open the Google chrome. 2. Search to Driver pack Solution on Google. 3. open on first site. 4. Click on Install all required divers. 5. The software will be download. Download Download open the driver pack solution software 1. open the opera browser. […]

How can we save people form corona virus (2020)

We can save people from corona virus Hon ‘ble prime minister modi ji, in order to avoid the corona virus,duty and with a great deal of restraint on the mind, senario, it can be an inducing affair in gold. For, whenever there has been any kind of calamity to the country or the individual. Our […]

Republic Day 26 January 2020 history

Republic Day history Republic Day As you all know. It is that on 15 Aug 1947 the country was freed from the British yoke after the sacrifice of thousands of patriots. Thereafter Indian resources and law and order came into force in my own country of 26 January 1950. My brother and sister had become […]

Republic day 2021

Every year, republic day is celebrated on the 26th of January. Grand parade is organized on this day at rajpath and in the meantime there are presidents and prime ministers of the country. Every year the republic day program comprises of a chief guest. This year Brazil President jr bolsonaro the republic day parade of 26th January 2020 will include as chief guest.

Best सच्ची बातें 2021|sachi bate |zindagi ki sachi baatein

1. Jisko aaj mujh mai hazaro galtiya najar aati hai, kabhi usi ne kha tha tum jaise bhi ho mere ho….. 2. Sachha pyaar wo hota hai… Jo apni galti na hone pr bhi Apne rishte ko bachane ke Liye sorry bol deta hai. 3. Mangi thi dua maine rab se Dena kuch aisa jo […]

दुःख दूर करने का सहज उपाय

पहली बात – जब किसी को लगे कि हम बहुत दुःखी हैं, तो अपनी स्थिति से थोड़ा सा नीचे की स्थिति के लोगों की तरफ देखने से दुःख दूर हो जायेगा। दूसरी बात यह है – यदि कोई समझता है कि हमारे ऊपर तो दुःख का पहाड़ ही आ गिरा है, तो उसे विचार करना […]

समस्या

1. जीवन में अनेकों बार दुःखी होना, विपत्तियों में पड़ना आदि जीव के जीवन की क्या कोई समस्या नहीं है? 2. जीवन भर कठिन परिश्रम करके धन-सम्पत्ति, परिवार आदि बढ़ाना और एक मिनट में शरीर सहित सब छोड़‌कर अच्छे-बुरे कर्मो की गहरी बाँध कर दूसरे शरीर में चल देना, जीव के जीवन की कोई समस्या […]

मिला क्या ?

शास्त्र कहते हैं -कि बड़े भाग्य से जीव ने मनुष्य का शरीर प्राप्त करके विवाह किया, धन-सम्पत्ति कमाई बच्चे पैदा किये, बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाई, समस्त भोग विलास के साधन एकत्र करके भोगे, धार्मिक कार्य किये, तीर्थ-व्रत किये, गंगा-संगम में स्नान किया, आरती-पूजा आदि की, कथायें अर्थात् इतिहास सुने सुनाए, इन सबको करने में […]

माया और माया का कार्य

भागवत स्कन्द 11 अ 07 श्लोक 7-8 भगवान् कहते हैं-माया के द्वारा जिनका चित्त हर लिया गया है अर्थात् “माया” के द्वारा जो मोहित (भ्रमित) हो रहे हैं। उन्हीं को ऐसा दुराग्रह होता है, कि यह मेरा है, वह उनका है यह “गंगा” जी हैं, यह यमुना जी हैं, और यह दोनों का संगम है, […]

| मुक्ति का साधन |

शास्त्र का वचन है-” मुक्ति” अर्थात् भगवान् के “परमपद” को प्राप्त करने के लिए” साधक” को तीन वस्तुओं की जानकारी प्राप्त करना परम आवश्यक है। पहला-आकाश’ तथा अग्नि के स्वरूप को अच्छी तरह समझना। दूसरा :-‘भगवान्’ अर्थात् ‘आत्मा’ के स्वरूप को ठीक-ठीक जानना। तीसरा :- ‘जीव’ तथा उसके अज्ञान के स्वरूप को ठीक तरह श्रुति, […]

आकाश का स्वरूप

जो आकाश के स्वरूप को नहीं जान पाएगा,वह ईश्वर अर्थात् परमात्मा के स्वरूप को कभी नहीं जान पाएगा, जो भगवान के स्वरूप को नहीं जान पाएगा , वह अपने साथ शुरू को कभी नहीं जान पाएगा। स्वामी महेशानंद 9580882032

भगवान्

जो लोग भगवान् अथवा देवी – देवताओं को अचेतन मूर्तियों की सेवा, पूजा, आरती, भोग, चढ़ावा तथा दर्शन आदि तो नहीं करते हैं, परन्तु चेतन मूर्तियों (प्राणियों) विशेषकर मनुष्यों के साथ धोखाधड़ी, विश्वासघात, झूठ, छल, कपट, अत्याचार अन्याय, अनीति तथा अमयोदित बात, व्यवहार नहीं करते हैं तथ सभी को भगवान् (ईश्वर) की चलती-फिरती प्रतिमा मानकर […]

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